Monday, February 3, 2025

अतीत की दस्तक: जब चीज़ें बोल उठती हैं"

अम्मा सांवली थी
उसके सांवले चेहरे को देखना
बचपन के सबसे पसंदीदा
कामों में से एक था
उसके हाथ

गुलाबी फूलों की तरह
कोमल नहीं थे
ईंट भट्ठे की ताप ने
हथेलियों को पारदर्शी कर दिया था। 

 

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